1. हो जाएंगे यीशु के संग
होगा हमारा उससे मिलन
न आसूँ होंगे न होंगे गम
बदलेगा जीवन बदलेंगे हम
को. आसूँ को मेरे वो पोछेगा
मुझ को बाहों में वो भर लेगा
उसके घावों को मैं छू कर
दिल से मैं ये गीत को गाऊँगा
तू पवित्र है, पवित्र है-2
2. हो बचपन जवानी बीती है मेरी
पापों के दलदल में
यीशु मुझ को बचा ले
आँखों की दृष्टि से मैं चलता हूँ
पर ये ना जानूँ कि कहा को जाता हूँ
अन्त मेरा कैसा होगा
मुश्किल में है ये जीवन मेरा
संसार से तू बचा
अपने लहू में छुपा
दिन भर मैं गाऊँगा
तेरी स्तुति
पवित्र है तू ख़ुदा
3. हो पापी और तुच्छ मैं
और मैं अभागा
फिर ऐसा यीशु तूने मुझ में
क्या है पाया
मन मेरा है अशुद्ध
और तू है अति पवित्र
फिर ऐसा यीशु तूने मुझे चाहा
हे यीशु तू मुझको बचा
पापों से मेरे मुझको छुड़ा
मेरा जीवन तुझ में है