यीशु बुलाता तुम्हें-2
बड़ी चाहत से तुमको, बाहों में लेने,
यीशु बुलाता तुम्हें-2
1. दुःख की गहराईयों में, देगा शान्ति तुम्हें,
सोच समझ कर, उसे निहारो,
आनन्द अनोखा देगा तुम्हें
2. आंसू मिटाकर तेरे, रक्षा करेगा तेरी,
अपनी आँखों की पुतली जैसे,
वह सच्ची सुरक्षा देगा तुम्हें
3. अगर तेरा दिल दुखित हो, वह शान्ति देगा तुम्हें,
यीशु तेरी मुक्ति और रोशनी है,
संकोच मिटाकर आओं अभी
4. हर रोग मिटाने की, शक्ति है उसी के पास,
बिना किसी भेद के तैयार है,
उद्धारक अपनी दया से प्यार करने को