वो ख़ुदा मेरा चरवाहा है-2
मुझको कमी ना होगी-2
1. वो मुझे हरी-2 चरागाहों में,
लाके बीतता है
मुझे राहत की नदियों के पास,
मेरा ख़ुदा ले जाता है
मेरी जान बहाल करता है…
2. चाहे मौत के साए की ही,
वादी से मैं जब भी गुज़रून
तू जो पास है मेरे ख़ुदा,
मैं किसी बाला से क्यूँ डरूँ
मुझे रास है तेरी वफ़ा…..
3. मेरे दुश्मनों के सामने,
तू मेरा मेंज़ लगाता है
भरपूर करता है मुझको,
लबरेज़ मेरा प्याला है
और मुझको प्यार दिखता है….
4. है यकीन मुझे तेरी रहमत,
मेरे साथ रहेगी उम्र भर
होगा सदा मेरा भला,
गर तू है मेरा हुंसफर
तेरे घर में रहूँगा मैं सदा,