1. तू ही है वो,
जो मुझको छुड़ाता
तू ही है वो जो
मुझको संभालता ,
देखता हूँ मैं जब
तेरे क्रूस की और
तू ही है वो,
जो मुझ को बचाता
को. मैं आज़ाद हूँ,
मैं आज़ाद तेरे लहू से हुआ हूँ
2. तू ही है वो,
जो मुझको उठाता
तू ही है वो,
जो मुझको चलाता
देखता हूँ मैं जब
तेरे क्रूस की और
तू ही है वो,
जो मुझको दौड़ाता
3. टूटे सारे बंधन
आज़ाद मैं हुआ हूँ
टूटे सारे बंधन
आज़ाद में हुआ हूँ
मैं आज़ाद तेरे लहू से हुआ हूँ.