कोई पत्थर न कोई मूरत है
जिन्दा येशू मेरी जरुरत है
1. वो मिला है तो मैंने जाना है-2
ज़िंदगी कितनी खुबसूरत है-2
2. कैसे होगा असर दुआओं में
मेरी दुश्मन मेरी कद्दूरत (नफ़रत) है
3. भूल सकती नहीं मैं प्यार उसका
जिसके हाथों पे मेरी सूरत है
कोई पत्थर न कोई मूरत है
जिन्दा येशू मेरी जरुरत है
1. वो मिला है तो मैंने जाना है-2
ज़िंदगी कितनी खुबसूरत है-2
2. कैसे होगा असर दुआओं में
मेरी दुश्मन मेरी कद्दूरत (नफ़रत) है
3. भूल सकती नहीं मैं प्यार उसका
जिसके हाथों पे मेरी सूरत है