उसने मुझे भेजा है,
उसकी रूह मुझपे है,
उसने मुझको मस्सा किया है,
खुशख़बरी डून ग़रीबों को,
क़ैदियों को रिहा करूँ
1. गमगीनों को तस्सली दूं,
आज़ादी ऐलान करूँ.
राख के बदले सेहरा हो,
मातम ना हो खुशियाँ हो
उसने मुझे मस्सा किया है
2. अंधों को बिनाई हो,
कुचलों को आबाद करूँ.
उसने मुझको मस्सा किया है