एक खून की नदी जारी है,
यीशु की सूली से
और जो कोई उसमें नहायेगा, यक़ीनन साफ़ होगा
मैं जानता हूँ, मैं मानता हूँ,
यीशु मेरे लिए,
सलीब पर हुआ था बलिदान,
बचाने को मुझे
1. एक नूर था चमका सूली से,
यीशु की मृत्यु में
और जिसमें चमकेगा ये नूर,
निश्चय पापों से शुद्ध
मैं जानता हूँ, मैं मानता हूँ,
यीशु मेरे लिए,
सलीब पर हुआ था बलिदान,
बचाने को मुझे-2
2. ऐ गुन्हेगार क्यों है बेज़ार,
क्यों दुःख में रहता है
अब मोड़ ले अपनी राहों को,
यीशु बुलाता है
ये जान ले तू, ये मान ले तू,
यीशु तेरे लिए
सलीब पर हुआ था बलिदान,
बचाने को तुझे-2