ज़बूर – 95
आओ रब्ब दी वड्याई
गाइये दिल ते ज़ोर दे नाल-2
1. जेहड़ा साडा मुक्तिदाता
ओस नू पिजये आसां नाल
ओह चट्टान है-2
जिस तों साडी मुक्ति है-2
आओ रब्ब दी वड्याई
2. करांगा वड्याई ओहदी
जा के ओसे दे हज़ूर
नाले ख़ुशी असी करिए
गौनदे होए पाक ज़बूर
शुक्र ओहदा है-2
जिस तों साडी मुक्ति है-2
आओ रब्ब दी वड्याई
3. क्योंजो ओह असाडा रब्ब है
जेहड़ा वड्डा है बादशाह-2
सारे देवतेयाँ तों अगेत्रा
ओह इकल्ला है ख़ुदा-2
ओह मालिक है-2
जिस तों साडी मुक्ति है-2
आओ रब्ब दी वड्याई
3. सब डुंघाइयां ज़मीन दियाँ हन
ओसे दे इख्तियार-2
रब्ब दे कब्जे विच हन सारे
निक्के वड्डे कुल पहाड़-2
सब कुझ ओहदा है-2
जिस तो साडी मक्ति है-2
आओ रब्ब दी वड्याई