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Songs

1. हो जाएंगे यीशु के संग

होगा हमारा उससे मिलन

न आसूँ होंगे न होंगे गम

बदलेगा जीवन बदलेंगे हम

को. आसूँ को मेरे वो पोछेगा
मुझ को बाहों में वो भर लेगा
उसके घावों को मैं छू कर
दिल से मैं ये गीत को गाऊँगा
तू पवित्र है, पवित्र है-2

2. हो बचपन जवानी बीती है मेरी

पापों के दलदल में

यीशु मुझ को बचा ले

आँखों की दृष्टि से मैं चलता हूँ

पर ये ना जानूँ कि कहा को जाता हूँ

अन्त मेरा कैसा होगा

मुश्किल में है ये जीवन मेरा

संसार से तू बचा

अपने लहू में छुपा

दिन भर मैं गाऊँगा

तेरी स्तुति

पवित्र है तू ख़ुदा

3. हो पापी और तुच्छ मैं

और मैं अभागा

फिर ऐसा यीशु तूने मुझ में

क्या है पाया

मन मेरा है अशुद्ध

और तू है अति पवित्र

फिर ऐसा यीशु तूने मुझे चाहा

हे यीशु तू मुझको बचा

पापों से मेरे मुझको छुड़ा

मेरा जीवन तुझ में है

1.  होवेगी बरकत की बारिश, वायदा पुर प्यार है सही,

आवेगी ताज़गी आसमान से, भेजेगा जिसको मसीह

बरकत की बारिश, बरकत की बारिश भरपूर,

रहम की बूँद टपकती, पर बारिश हमको ज़रूर

2.  होवेगी बरकत की बारिश, होगी नई कूव्वत ज़रूर,

वादी पहाड़ और मैंदान पर, जब बारिश होगी भरपूर

3.  होवेगी बरकत की बारिश, काश अभी पावें हम सब,

यीशु तू ताज़गी अब बख्श दे, वायदे को पूरा कर अब

4.  होवेगी बरकत की बारिश, भेज उसे अभी, हाँ अब,

मानते गुनाह जब हम अपने, दे बारिश यीशु ऐ रब्ब

1. हो तेरी स्तुति और आराधना,

  करता हूँ मैं तुझ से यह प्रार्थना

  महिमा से तेरी तू इस जगह को भर,

  जो भी चाहे तू यहां पर कर

2. करुणा से तेरी नया दिन दिखा,

   दया से तेरी मुझ को बचाता है,

   जब में पुकारूँ तू दौड़ा आता है,

   जब मैं गिरूँ तो मुझे उठाता है

3. सारे जहां में तुझ सा कोई नही,

   तेरे सिवा कोई प्रभु ही नहीं,

   घुटने मैं टेकूं बस तेरे ही सामने,

    तू मेरा प्रभु तू मेरा ख़ुदा

हो जय जयकार जय जयकार करे

1. वो है हमारा राजा राजा

दुःख संकट से बचाता बचाता

हम पर आपनी करुणा करता और करता उपकार

क्यों न उस पर तन मन वारे दे अपना अधिकार

2. स्वर्ग है उसका सिंहासन सिंहासन

पृथ्वी बनी है आसन आसन

आकाश उसकी महिमा बताये हस्त कला को दिखाए

सारी पृथ्वी उसकी रचना, उसका ही प्रताप

3. उस पर जिसका भरोसा भरोसा

वो तो कभी न डिगेगा डिगेगा

चाहे बीमारी चाहे गरीबी चाहे हो आकाल

सब संकट से सब कष्टों से हो जायेगा पार

होके कुर्बान हर गुनाह से
तूने मुझको है बचाया
हर ख़ुशी मिली,
तुझ में मसीह,
जब से दिल में, तू है आया-2

1. इस जहाँ की,कोई दौलत,

लगती नहीं प्यारी मुझे-2

जब से प्यारा,प्यारा तेरा नाम,

मेरे होठों पे है आया

2. क्या कोई रोक,सकेगा,

मुझको आने से तेरे करीब-2

जब भी चलती,आंधी कोई,

साथ अपने तुझे पाया

3. ज़िन्दगी मेरी,मेरे ख़ुदा,

तेरे आने की राह तके-2

जल्दी आना,संग मैं चलूँ,

तूने जो घर है बनाया

1. हैं दूर बहुत, तुझसे प्रभु

ये तो थी कल की बात-2

तेरा साया है मेरे उपर

ये तो है आज की बात-2

को. आनंद ही आनंद प्रभु तुझमें
असीम आनन्द प्रभु-2

2. गाऊंगा मैं गीत प्रभु के

हर दिन सुबह और शाम-2

महिमा करुंगा, स्तुति करुंगा-2

गाऊंगा मैं गुणगान।

3. मेरा प्रभु है हज़ारों में सुन्दर

कैसे करुं मैं बखान-2

सबको सुनाऊंगा, सबको बताउंगा-2

यीशु ही राजा महान।

है दी आवाज़ फरिश्तो ने ज़मी के लोगो को
उतर आया जहा में अब ख़ुदा इंसान बन के
है दी आवाज़

1. वो आया है गुनाह की कैद से आजाद करने को

जो उजडे ज़िन्दगी के बाग़ उन्हें आबाद करने को

न हो मायूस ख़ुदा आया उमीदो का जहाँ बनके

उतर आया जहाँ में…

2. जो बैठे है अंधेरो में वो आये रौशनी ले ले

गमो में रहने वाले ज़िन्दगी की हर ख़ुशी ले ले

वो आया है ख़ुदा इंसान, मेंहरबान बनके

उतर आया जहाँ में…

3. चाल वास्ते वो आसमानी प्यार लाया है

नया जीवन नयी रहे नया संसार लाया है

कभी जो ख़त्म न हो आया ऐसी दास्ताँ बनके

उतर आया जहाँ में…

हे हे हे होय नन्हें मुन्ने छोटे-मोटे

मटक मटक ठुमक ठुमक

साथ ही चले उसके-2

मिल जुल के गाए

हम गीत उसके महिमा के

हालेलु आवाज उठा

हे हे हे हो होय

हे प्रभु के लोगों, उसे धन्य कहो

जो सदा प्रभु के घर में रहते

पवित्र स्थान में हाथ उठाकर

और परमेश्वर को धन्य कहो

1. हे स्वर्गीय पिता, हो धन्यवाद,

हो तेरी स्तुति अराधना-2

करता समर्पण, आत्मा और जीवन,

तेरी अराधना में तन, मन, धन

2. मेरे मसीहा, हो धन्यवाद,

हो तेरी स्तुति अराधना-2

 3. पवित्र आत्मा, हो धन्यवाद,

हो तेरी स्तुति अराधना-2

हे मेरे मन, यहोवा को
 हे मेरे मन, यहोवा को, धन्य धन्य कहो-2
 जो कुछ भी मुझ में है-2 उसको धन्य कहो

1 वही तेरे अधर्मो को क्षमा करता है,

 तेरे सब रोगों को चंगा करता है;

हाल्लेलूयाह-2

 वही तो तेरे प्राण को, नाश होने से बचाता है….

2. सत्य नाश के गड्ढ़े से मुझे निकाला,

 दल दल की कीच से मुझे उभारा; हाल्लेलूयाह-2

 मेरे पैरों को दृढ़ किया है, चट्टान पर खड़ा किया है….

3. हे यहोवा के दूतों उसको धन्य कहो,

 हे सारी पृथ्वी उसको धन्य कहो;

धन्य कहो-2

उसके राज्य के सब स्थानों में, यहोवा को धन्य कहो….