सदा मैं स्तुति करूँगा,
सदा मैं सेवा करूँगा,
मुझे बचाया प्रभु ने,
सदा मैं स्तुति करूँगा
1. मुझे बचाने आया,
जब मैं गुनाहों में था,
स्वर्ग को छोड़कर,
जगत में आया मुझे बचाने को
2. प्रेमी प्रभु यीशु, बचाया तूने मुझे,
देता हूँ मैं सारा जीवन,
सम्पूर्ण आनन्द से
3. जब में निराशा में था,
तूने मुझे आशा दी,
जगत मैं आया जीवन को दिया
पवित्र प्रेमी यीशु
4. अनादि परमेश्वर,
सच्चाई और जीवन है तू,
स्तुति प्रशंसा, करता रहूँगा,
तेरे आने समय तक
स्वीकार कर लो आराधना
यीशु प्रभु मेरे प्यारे-2
रहे ना अधूरी मेरी साधना
मन प्राण तुमको पुकारे
1. मुझे बल तुम्हारा
तुम्हीं हो सहारा
करूणा करो ईश्वर-2
मेरी आत्मा ने, तुम्हें ही पुकारा
दया करना परमेश्वर
दर्शन की तेरी लिए कामना
नयन राह कब से निहारे
2. क्षमा दान देकर, मुझे तार देना
मैं पापी हूं परमेश्वर-2
नई राह पर तू, मुझे साथ लेना
चलू मैं तुम्हारी डगर
प्रभु हाथ मेरा तुम्हीं थामना
चलूं मैं तुम्हारे सहारे
स्वर्गीय आशीष दे-2
स्वर्ग को तू खोल,
हाथ अपना बढ़ा,
स्वर्गीय आशीष दे
1 आत्मा की चंगाई दे-2
आत्मा पवित्र शुद्ध कर चरित्र-2 आत्मा की चंगाई दे-2
2 यीशु मेरे दिल में आ-2
खोलता हूँ द्वार करता इकरार-2 यीशु मेरे दिल में आ-2
3 पवित्र आत्मा तु दे-2
भर दे मुझे सार्मथ से-2
पवित्र आत्मा तू दे-2
4 हमको ग्रहण कर प्रभु-2
जैसे भी हैं हम है तेरे-2
हमको ग्रहण कर प्रभु-2
स्वर्ग है ऐसी सुंदर जगह,
मेरा येशु रहता वहां-2
वहाँ पाप नहीं, वह शाप नहीं
वहाँ भूख नहीं वहां प्यास नहीं-2
ला-ला-ला-ला
स्वर्ग की ओस
तू मेरी आत्मा पर बरसने दे
स्वर्ग की ओस तू मेरी आत्मा
पर बरसा दे
ऐ पवित्र आत्मा मुझ पर
कब्ज़ा कर
स्वर्ग की ओस
तू मुझ पर बरसा दे
1.स्वर्ग से उंडेल प्रभु,
अग्नि सा जीवन,
मुझको तू दे, प्रभु भरपूर जीवन,
आत्मा की आग, अब लगा मेरे अन्दर,
मन में भर दे प्रभु परिशुद्ध जीवन
2. अग्नि जला प्रभु, प्रेम की मन में,
प्रेम करूं तुझे पूरे लगन से,
तन मन धन सब देता तुझे मैं,
विनती, करूं प्रभु दे, स्वर्गीय जीवन
3. आत्मा की प्यास, मेरे मन में लगा दे,
स्तुति गाना, मुझको सिखा दे,
जीवन के जल से, पीऊं में आके,
मुझ में बहा प्रभु नदियों सा जीवन
4. यीशु के लहु, से कर तू पवित्र,
पाप और मृत्यु से, कर तू स्वतंन्त्र
मेरे लिए पूरी कर अब प्रतिज्ञा,
मन में लगा, प्रभु अपना सिंहासन
स्तुति प्रशंसा हमारे यीशु की,
आदर और महिमा हमारे यीशु की,
आओ मिलकर गांए हम हाल्लेलुयाह-2
1. राजाओं का राजा यीशु राजा है,
प्रभुओं का प्रभु यीशु प्रभु है,
सारे जगत में वो काम करता है,
अनंत जीवन वह सबको देता है
2. बीमार उसको छूकर चंगे होते है,
पापी उसके नाम से उद्धार पाते है,
सारे जगत से प्यार करता है,
अनंत जीवन वह सबको देता है
3. बादलो पर यीशु आने वाला है, विश्वासियों को ले जाने वाला है
उसके साथ रहना यह कितना आनंद है, उसकी स्तुति करना कितना सौभाग्य है
स्तुति के योग्य है यीशु का नाम,
प्रार्थना के योग्य है प्रभु यीशु नाम,
आदर के योग्य है यीशु का नाम,
1. इस लोक में और परलोक में भी,
आसमानों में और भूमि पर भी,
हर एक घुटना आदर से टिकेगा,
स्तुति के योग्य है यीशु का नाम
2. कोई भी दिन और कोर्इ भी रात में,
किसी पहर और किसी भी पल में,
प्रार्थना करोगे तो यीशु उद्धार देगा,
प्रार्थना के योग्य है यीशु का नाम
3. जो कोर्इ मांगेगा उसको मिलेगा,
जो कोर्इ ढूंढेगा वह जरूर पाएगा,
जो भी खट खटाएगा यीशु द्वार खोलेगा,
आदर के योग्य है यीशु का नाम,
1. स्तुति आराधना, ऊपर जाती है
आशीषें देखो नीचे आती है
प्रभु हमारा कितना महान
देखो हमसे करता है प्यार
को. हालेलु हालेलुयाह
हालेलु हालेलुयाह
2. प्रार्थना विनती ऊपर जाती है
उत्तर लेकर नीचे आती है
प्रभु हमारा कितना महान
देखो हमसे करता है प्यार
को. रिम रिम तारा रिम रिम
1. आओ सुने दस कुवांरियों की बात
दुल्हा के आसमां से आने की बात
वक़्त गुज़र जाएगा यीशु आ जाएगा
बैठे बैठे यू हीं दिया बुझ जाएगा
2. पांच अक्लमंद पांच नादान थीं
तेल की कमी से वो अन्जान थीं
मशलें तो ले लीं तेल ना लिया
थोड़ी ही देर में बुझ गया दिया
वक़्त गुज़र जाएगा यीशु आ जाएगा
बैठे बैठे यू हीं दिया बुझ जाएगा
3. दुल्हा ने देर की तो ऊंघने लगी
आ गया दुल्हा रात को धूम मची
शादी के जशन में दुल्हा आ गया
अन्दर से दरवाजा बन्द हो गया
वक़्त गुज़र जाएगा यीशु आ जाएगा
बैठे बैठे यू हीं दिया बुझ जाएगा
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