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Songs

यीशु का प्रेम है, जीवन का आधार,
 महासागर से भी है गहरा जीवन करता पार

1  प्रेम जगत में आया, पाप का बोझ उठाया,

 प्रेम में उसके अमृत जीवन जिससे मिले उद्वार

2  जिसने प्रेम यह पाया, उसमें छल न माया,

 प्रेम की वीणा गूंजे स्वर में, प्रेम का बजता तार

3  प्रेम का नग और मोती, नव जीवन की ज्योति,

 प्रेम के इन रतनों से, आओ अपना करे श्रृंगार

यीशु का दरबार रे
हमें प्यारा लगत है-2
प्यारा लगत है, दुलारा लगत है-2

1  तेरे दरबार मसीह, कौन कौन है आवे-2

 धर्म के भूखे गुनहगार, रे हमें प्यार लगत-2

2  तेरे दरबार मसीह, कौन-कौन है बैठे-2

 पंडित मूर्ख गवार रे, हमें प्यारा लगत है-2

3  तेरे दरबार मसीह, क्या-क्या है मिलता-2

 मुक्ति, शान्ति अपार रे हमें प्यारा लगत है-2

4 तेरे दरबार मसीह, हम सब है आये-2

 सुन ले प्रभु जी पुकार रे हमें प्यारा लगत है-2

यीशु है सच्चा गडरिया, उसकी हम भेड़ें हैं
हरी चराइयों में, हमें चराता है

1. वादी पहाड़ों में ले चलता है

जहाँ पर सुखदाई झरने बहते हैं

2. संकट में मेरी रक्षा वो करता है

शैतान के हाथों से हमें छुड़ाता है

3. हमको किसी का अब तो डर नहीं है

क्योंकि यीशु जो मेरा साथी है

हालेलुयाह आमीन ! – 8

यीशु बुलाता तुम्हें-2
 बड़ी चाहत से तुमको, बाहों में लेने,
 यीशु बुलाता तुम्हें-2

1. दुःख की गहराईयों में, देगा शान्ति तुम्हें,

  सोच समझ कर, उसे निहारो,

  आनन्द अनोखा देगा तुम्हें

2. आंसू मिटाकर तेरे, रक्षा करेगा तेरी,

  अपनी आँखों की पुतली जैसे,

  वह सच्ची सुरक्षा देगा तुम्हें

3. अगर तेरा दिल दुखित हो, वह शान्ति देगा तुम्हें,

   यीशु तेरी मुक्ति और रोशनी है,

   संकोच मिटाकर आओं अभी

4. हर रोग मिटाने की, शक्ति है उसी के पास,

    बिना किसी भेद के तैयार है,

    उद्धारक अपनी दया से प्यार करने को

1. यीशु अच्छा है, यीशु भला है,

 उसकी दया हमेशा की है,

 समुद्र के लहरों के शोर की तरह,

 तेरी स्तुति मैं करता रहूंगा

 हाल्लुलेयाह, हाल्लुलेयाह-2

 आदर, महिमा, स्तुति प्रशंसा,

 शक्ति और ज्ञान यीशु तेरे लिए

2. मैं यहोवा की राह देखता रहा,

 उसने मेरी प्रार्थना सुनी,

 सत्यनाश के गड्ढे से और दलदल की,

 कीच से उसने मुझे निकाला

3. मेरे पैरों को चट्टान पे खड़ा किया,

 मेरे कदमों को दृढ़ किया है,

 मुझे एक नया गीत दिया,

 हमारे प्रभु की स्तुति हो सदा

4. हे मेरे प्रभु तेरे सिवा,

 मेरे लिए कोई भलाई नहीं,

 पृथ्वी के सारे पवित्र लोग,

 वे मेरे लिए अति श्रेष्ठ है

https://www.youtube.com/watch?v=RaBqqIYCFUk

यात्री हूँ मैं जग में प्रभुजी, चलता हूँ मार्ग में तेरा,
  वह निशान, तू है यीशु जी, बन्दरगाह तू मेरा

1.   सोचा था मैं यह जग मेरा, खेत कुटुम्ब सब है प्यारा,

    धोखा सब! कोई न सहारा, व्यर्थ ही व्यर्थ है सारा

2.   धन दौलत सब मान व इज्जत, यहीं रहेगा जल जाएगा,

    यह जगत! पाप से जो भरा, श्राप ही श्राप है सारा

3.   जान गया मैं उस दिन प्रभु जी बदला जीवन लहू से मेरा

    बड़ा आनन्द! तूने कहा था, पाप क्षमा हुआ तेरा

4.   इस जग में अब मैं हूँ मुसाफ़िर क्रूस उठाकर चलता रहूँगा

    पाया मैं! अनमोल धन को, है जो यीशु से भरा

5    आँख जब मेरी बन्द हो जाए, यात्रा मेरी पूरी हो जाए

    पहुँचूँ मैं स्वर्गीय वतन में, यह है गीत अब मेरा

यहोवा निस्सी, यहोवा निस्सी
धन्य तेरा नाम
धन्य धन्य धन्य तेरा नाम-2

1. शत्रुओं की सेना को हराता तू

जय का झण्डा है हमारा तू

2. शैतान के सिर को कुचल के तू

मृत्यु पर जयवंत हुआ है तू

3. जय उत्सव में लेके चलता तू

सुगंध वचन का हमसे है फैलाता तू

यहोवा चरवाहा मेरा, कोई घटी मुझे नहीं है
हरी चराइयों में मुझे, स्नेह से चराता वो है

1. मृत्यु के अंधकार से, मैं जो जाता था

प्रभु यीशु करुणा से, तसल्ली मुझे दी है,

2. शत्रुओं के सामने, मेज को बिछाता वो है

प्रभु ने जो तैयार की, मन मेरा मगन है

3. सिर पर वो तेल मला है, अभिषेक मुझे किया है

दिल मेरा भर गया है, और उमड़ भी रहा है

4. सर्वदा प्रभु के घर में, करूँगा निवास जो मैं,

करूणा भलाई उसकी,आनंदित मुझे करती है

1. यहोवा का धन्यवाद करो

क्योंकि वो भला है

उसकी करूणा सदा की है

धन्यवाद करो

राजाओं का राजा, यीशु राजा
जगत में राज्य करेगा
हालेलुयाह, हालेलुयाह
उसका धन्यवाद करो

2. जो ईश्वरों का परमेश्वर है

उसका धन्यवाद करो

उसकी करूणा सदा की है

धन्यवाद करो

3. जो प्रभुओं का प्रभु है

उसका धन्यवाद करो

उसकी करूणा सदा की है

धन्यवाद करो

4. उसको छोड़ कोई बड़े बड़े

आश्चर्यकर्म नहीं करता

उसकी करूणा सदा की है

उसका धन्यवाद करो

5. उसने अपनी बुद्धि से

आकाश बनाया

उसकी करूणा सदा की है

उसका धन्यवाद करो

यदि कोई मसीह में है, वह है एक नई सृष्टि
और मैं भी उसका गवाह-2

1. मसीह को अपनालो, दिल में आएगा नूर

मसीह के आने से, बीमारी होगी दूर-2

2. मसीह को अपनालो, वह करता है प्यार

मसीह के आने से, दुश्मन से भी है प्यार-2

3. मसीह को अपनालो, वह करता है उद्धार

मसीह के आने से, मिलती है शान्ति अपार-2  

https://www.youtube.com/watch?v=H4wjep6iDi8