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Songs

मेरी लाश को तूने जान दी
मुझे बक्श दी नई ज़िन्दगी
तेरा शुक्रिया ऐ मेरे मसीह
तेरी मौत है मेरी ज़िन्दगी

1. मैं गुनाहों का ओढ़े कफ़न

अपनी खताओं में था दफ़न

जब ज़िन्दगी मेरी मौत थी

तूने बक्श दी है सलामती

2. भटका फ़िरा मैं फ़िक्र से

लिया काम तूने है सब्र से

अपनों ने जब बेगानी की

तब तू हुआ है मेरा मसीह

1. मेरा दिल बने तेरा सिंहासन

मेरी आत्मा तेरा आसन-2                                  

मेरे मन में तू हो विराजमान

यीशु मेरे तू है बड़ा महान-2

को. यीशु आ यीशु आ

यीशु आ मेरे मन में समा जा

2. मेरे चहरे पे तेरी रोशनी चमके

मेरी बातों से तेरी खुश्बू महके-2

मेरी जीवन बने तेरी स्तुति का स्थान

तेरी प्रशंसा करती मेरी जुबान

3. तुझे देखना मैं चाहूँ

तेरे ओर यीशु करीब आऊँ-2

कितना है तू प्यारा प्रभु

तेरी महिमा मैं सबको सुनाऊँ

4. मेरी ज़िंदगी है तेरी

यीशु तू है शान मेरी-2

खुद का लहू देकर तूने मेरी

ज़िंदगी है सवारी

मेरा येशु है मुझको भला
वो ही काफी है सदा सर्वदा-2
दुःख में रोग में, हर मुसीबत में
मेरे मन वो ही काफी है तुझे-2

1. कलवरी के पहाड़ पर चढ़ा ,

था मुकुट कांटों का सीर पर-2

मेरी वेदना सब दूर करके मुझे,

नया जीवन प्रदान कर दिया-2

2. वो ही आदि वो ही अंत है,

दिव्य प्रेम का वोही स्रोत है-2

दस हज़ारों में, अतिश्रेष्ठ है वो

स्तुति वंदना के योग्य वो-2

3. जिंदगी का सफर है कठिन

आते हैं अवरोध पल-छिन्न-2

दिन में मेघ-स्तम्भ, रात्री अग्निस्तंभ

बनके राह चलाएगा मुझे-2

4. मेरे दुखों का होगा दमन

आंसू पोछेगा जो आँख होगी नम-2

राजा बनके जब बादलों पर आएगा

मैं भी उड़, उसके संग जाऊंगा-2

5. मेरा येशु है मुझको भला

वोह ही काफी है सदा सर्वदा-2

दुःख में रोग में , हर मुसीबत में

मेरे मन वोह ही काफी है तुझे-2

मेरा यीशु है कितना महान
उसके जैसा कोई है कहाँ
उसके चरणों में सिजदा करूं
वह ही तो है मेरा ख़ुदा हाल्लेलुयाह…..
हाल्लेलुयाह….हाल्लेलुयाह-2

1. तूने बनाई है धरती आसमान

अपने एक शब्द के द्वारा

तूने सजाई है चारों ओर दिशा

अपने सामर्थ के द्वारा-2

क्या है इन्सान जो तू उसे याद करें

क्या है इन्सान जो तू उसे प्यार करें-2

2. तू है पवित्र येहोवा अलशद्दाई

तू है शालोम येहोवा अदोनाई

तेरी इच्छा से तूफान उठें

तेरी आज्ञा से आंधी थम जाएँ-2

क्या है इन्सान जो तू उसे याद करें

क्या है इन्सान जो तू उसे प्यार करें-2

1   मेरा यीशु मसीह जब दुनिया में था

    उसने अच्छे अच्छे काम किए

    कभी भीड़ को खिलाया कभी मुर्दो को जिलाया

     और रोगों को चंगा किया

को. जय जयकार-2 यीशु की जय जयकार-2

2    भीड़ थी पांच हजार चेले थे बिलकुल लाचार

    उनको सूझा न कोई उपाय

    एक लड़का वहां आया रोटी

    पांच मछली लाया यीशु ने दिया भीड़ को खिला

3   बच्चे हम हैं प्यारे प्यारे हम हैं जगत के उजियारे

    आज्ञा हम उसकी सदा मानेंगे

     चाहे ख़ुशी हो या गम

    रहेंगे हम उसके संग आज्ञा उसकी माना करेगें

4  चार दिन कबर बन्द आती उसमें से दुर्गन्ध

    लोगों को न था बिलकुल विश्वास

    जैसे यीशु ने पुकारा लाज़र बाहर निकल के आया

    यीशु ने दिया मुर्दे को जिला

मेरा एक ही मित्र यीशु, वो मेरा सब कुछ है
लाखों में वो मेरा एक ही प्रिय है
वो शारोन का गुलाब है और भोर का तारा है
लाखों में वो मेरा एक ही प्रिय है
उसके दु:ख से मुझको शांति
और आनंद मिलता है
उसका क्रूस मुझको चंगा करता है
वो शारोन का…

1. मेरा सारा बोझ उठाया

मुझे चंगा कर दिया

पावों को मेरे स्थिर किया है

जब अकेला था भटकता

और सबने छोड़ दिया

यीशु मेरा प्यारा मित्र बन गया

उसके दु:ख…

2. अब मैं जीवन भर उसी की

महिमा करूँगा

हाथ उठाकर उसकी स्तुति करूँगा

यीशु के लिये जीयुँगा

और उसमें मरूँगा

अब वही मेरी एकमात्र आशा है

उसके दु:ख…

मेरे माँगने से ज़्यादा
मेरे सोचने से अच्छा
मैने पाई है आशीष येशू से
में भटका हुआ मुसाफिर
मेरी राहों में थी मुश्किल
मैने पाई है मंज़िल येशू से-2

1. गैरों ने छोड़ा,

अपनो ने भी ठुकराया

वीरान थी ज़िंदगी

आँखों में आँसू, तन्हाईओं की रातें

मुश्किल में थी ज़िंदगी-2

तूने अपना लहू बहाया,

गुनाहों को मेरे धोया

मैने पाई है मुआफ़ी येशू से

2. जीवन ये मेरा, है तेरे हवाले,

तूने ही दी, हर ख़ुशी

जाऊँ जहां मैं, दूं तेरी गवाही,

कितना अच्छा है, तू मसीह-2

तूने बाहें फैलाई,

मुझ को दे दी चंगाई

मैने पाई है शांति येशू से

मेरे छुपने की तू ही जगह
ऐ मेरे खु़दा ऐ मेरे ख़ुदा-2
तू है चश्मा मेरी हयात का
ऐ मेरे खु़दा ऐ मेरे ख़ुदा

1. तेरा हाथ है मेरी चारसू (चार दिशाएँ)

मोहकम्म (दृढ़) किला मेरी जान तू

क्यों न शुक्र करूं तेरा अदा

ऐ मेरे खु़दा ऐ मेरे ख़ुदा-2

2. तू है रहम दिल तू (र) महान है

ऐ ख़ुदा तू मेरी चट्टान है

तू ही ज़ोर बाज़ू है मेरा

ऐ मेरे खु़दा ऐ मेरे ख़ुदा-2

3. तू कलाम है तू सालूस (धन और समृद्धि) है

तू बज़ुर्गे-ए-पाक कद्दूस है

तू है कुदरतों से भरा हुआ

ऐ मेरे खु़दा ऐ मेरे ख़ुदा-2

टेक –

मेरे जीवन से नूर तेरा बरसे यीशु

हो तेरे अलावा असर कोई ना-2

को. तेरे घर की लगन मुझे ऐसी लगे
तेरा घर छोड़कर मुझको दर कोई ना-2

1. तेरी लोर, तेरा नशा,

जुस्तजू और तेरी धुन

तेरी रूह से मिले

मुझे सुकून और जुनून-2

तेरी रज़ा, वज़ह,

सदा बने मेरी ज़िन्दगी

हो मुरीदगी में मेरी कसर कोई ना…

3. तेरे नाम से मिल जाती है

मोहलत मुझे

तुझे जानता हूं

बहुत इतनी दौलत मुझे-2

माफ़ियो में मेरे जुर्म,

सुर्खियों में तेरे कर्म

बाद इसके चाहूं मैं कुछ हो ही ना…

मेरे जीवन का मकसद तू है
मेरे जीने का कारण तू है
मैं जीयूँ या मरूँ, वो तेरे लिये
तू मेरा प्रभु

1. पिछला सब भूलकर, मैं आगे दौड़ा चलूँ

जो मेरे लिये धन था, उसको मैं त्याग दूँ

कि मैं पाऊँ उससे पुरस्कार, दौड़ा मैं जाऊँ

2. मुझ पर है कृपा, बेकार ना जाने दूँ

जिसने मुझे चुना, उसकी और मैं बढ़ूँ

देखूँ तेरी सलीब पर, खिंचा मैं जाऊँ