1. दिल से, आराधना करूँ मैं
इस ज़ुबां से, नाम तेरा ही लूं मैं
पुर दिल से, आराधना करू मैं
इस ज़ुबां से, नाम तेरा ही लूं मैं
को. करता हूं तेरा शुक्रिया मैं प्रभु
करता हूं तेरा शुक्रिया मैं-4
तेरे फ़ज़ल में, तेरी दया में
लिपटा मैं रहता हूं-2 मैं रहता हूं-2
2. जब होता हूं, बेचैन कभी
तेरी रूह तब मुझको थामती है
मेरी मुश्किलों में,
हर एक दर्द और गम में
ख़ुदावंद तू ही, मेरा शाफ़ी है-2
3. जब लेता हूं, मैं नाम तेरा
तेरी सामर्थ को तब मैं देखता हूं
तुझसे मिली, हर बरकत मुझे
महफूज़ तेरे, संग मैं रहता हूं-2
दिल मेरा ले ले प्यारे यीशु
तू ही ने इसे बनाया है
इसमें तू अपना घर बना ले
जिसके लिये बनाया है
1. दुनिया की सब चीज़ें निकालकर
इसे पाक-ओ-साफ कर,
गंदगी गुनाहों की तू धोकर,
उस खून से जो बहाया है
2. बहुत साल रहा मैं तुझसे दूर
लापरवाही ने किया दूर
फ़ज़ल प्यार रहम की बख्शीश नेकी,
सब्र कर मुझे सिखाया है
3. जब पढ़ता हूँ कलाम-ए-पाक
जो रास्ता है शाह राह
राह हक ओ ज़िंदगी अब्दी,
ईमान उम्मेद बढ़ाता है
4. रूह-ए-पाक का हो जाये मस्कन,
रूह-ए-पाक के बपतिस्मा से,
हर वक्त हर जगह दूँ गवाही,
जैसा उसने सिखाया है,
दिल से गाते बजाते रहो-3
ख़ुदावन्द येशु के लिये
तारीफ़ और हम्द करो-3
ख़ुदावन्द येशु के लिये
1. हम भी गायें तुम भी गाओ येशु के लिये-3
2. प्रेम से उसकी स्तुति करो येशु के लिये-3
दिल मेरा ले ले प्यारे यीशु
तू ही ने इसे बनाया है
इसमें तू अपना घर बना ले
जिसके लिये बनाया है
1. दुनिया की सब चीज़ें निकालकर
इसे पाक-ओ-साफ कर,
गंदगी गुनाहों की तू धोकर,
उस खून से जो बहाया है
2. बहुत साल रहा मैं तुझसे दूर
लापरवाही ने किया दूर
फ़ज़ल प्यार रहम की बख्शीश नेकी,
सब्र कर मुझे सिखाया है
3. जब पढ़ता हूँ कलाम-ए-पाक
जो रास्ता है शाह राह
राह हक ओ ज़िंदगी अब्दी,
ईमान उम्मेद बढ़ाता है
4. रूह-ए-पाक का हो जाये मस्कन,
रूह-ए-पाक के बपतिस्मा से,
हर वक्त हर जगह दूँ गवाही,
जैसा उसने सिखाया है,
1. दिल के दाग को धोवे कौन?
लहू जो कि क्रूस से जारीः
मरे मर्ज को खोवे कौन!
लहू जो कि क्रूस से जारी
2. मेरे मर्ज़ का शाफ़ी है,
लहू जो कि क्रूस से जारी,
मुआफ़ी को वह काफी है,
लहू जो कि क्रूस से जारी
3. वह है मेरे कर्ज़ का दाम,
लहू जो कि क्रूस से जारी,
वह मेरा खास इनाम,
लहू जो कि क्रूस से जारी
4. मेरी वह उम्मेद है खास,
जो कि क्रूस से जारी
रास्ती का है खुश लिबास,
लहू जो कि क्रूस से जारी
5. दुःख तकलीफ़ में है पनाह,
लहू जो कि क्रूस से जारी,
वह है मेरे घर की राह,
लहू जो कि क्रूस से जारी
6. मेरे गीत का है मजमून,
लहू जो कि क्रूस से जारी,
मुझको करता है ममनून,
लहू जो कि क्रूस से जारी
थोड़ा समय है बाकी
सेवा अभी है काफी
हम रूके नहीं पीछे मुड़े नहीं
यीशु हैं हमारा साथी-2
1. संदेश सुनाते जाना सेवा से नहीं शर्माना,
चाहे जग हमें रोके आये दुःख के झकोरे,
हमें देगा वह भरपूर शांति-2
2. हम अपना क्रूस उठाये और यीशु के पीछे आये
अपने को त्यागे यीशु से मन लगायें
हम हैं उसके विश्वासी-2
https://www.youtube.com/watch?v=ttH4XuFEqHw
तूने मुझे बनाया
तूने मुझे सजाया-2
तेरा शुक्र हो मसीह
इस प्यार के लिए
तूने मुझे मुझे बनाया
1. तेरी बेख़या से शफ़कत
मुझे मुफ़्त में मिली है
तेरी बेलिया से रहमत
मुझे मुफ़्त में मिली है
क्यूं ने गीत तेरे गाऊं
मैं बचा(ची) लहू से तेरे
तेरा शुक्र हो मसीहा
तेरे ख़ून के लिए
2. मेरी ज़िंदगी थी खाली
मेरा मन था ऐक्क सवाली
तूने कलवरी पे मालिक
मेरी गंदगी उठा ली
तुझे जान कर मसीहा
नहीं और कुछ तमन्ना
तुझे छोड़ कर मसीहा
नहीं और कुछ तमन्ना
तेरा शुक्र हो मसीहा
तेरे फ़जल के लिए
3. मुझे तख़्त पर बैठाया
मुझे बाप से मिलाया
लहू बहा के अपना
मेरे पाप को मिटाया
मेरे मीत मेरे हम्दम
मेरे गमों को साथ साथी
तेरा शुक्र हो मसीहा
तेरे रहम के लिए
तूने मुझे आगे पीछे घेर रखा है
अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है
तेरी आत्मा से भाग कर मैं कहा जाऊं
1. आकाश पे चढूं तो तू वहां है
अधोलोक में जाऊं तो तू वहां है
2. तूफ़ान में जाऊं तो तू वहां है
लहरों पे चलूँ तो तू वहां है
3. पूरब में जाऊं तो तू वहां है
पश्चिम में जाऊं तो तू वहां है
4. चर्च में जाऊं तो तू वहां है
मेरे घर पे जाऊं तो तू वहां है
तूने किया मुझसे प्यार,
कोई ना था मेरा यार
तुझसे न देखा गया,
मेरे गुनाहों का भार
तूने किया मुझसे प्यार
1. मुझसे जुदाई रही
कोई ख़ुशी न मिली
क्यों मेंने माना नहीं
दिल पर तेरा इख्तियार
तूने किया मुझसे प्यार,
कोई ना था मेरा यार
तुझसे न देखा गया,
मेरे गुनाहों का भार
तूने किया मुझसे प्यार
2. कैसी मोहब्बत
तेरी मुझ पर ज़ाहिर हुयी
देदी नयी ज़िन्दगी बक्शी
गुनाह में शुमार
तूने किया मुझसे प्यार,
कोई ना था मेरा यार
तुझसे न देखा गया,
मेरे गुनाहों का भार
तूने किया मुझसे प्यार
3. यही दुआ है मेरी
होवे बसर ज़िन्दगी
तेरे लिए ऐ मसीह हो जाऊं
तुझ पर निसार
तेरे सन्मुख शीश नवाते,
हे जग के करतार,
डूबे हुओं को दे दो सहारा,
कर दो बेड़ा पार
1. पाप के बादल सर पर छाये,
घिरा हुआ तूफान,
तुम बिन नैया कौन संभाले,
मेरे प्रभु महान,
आके बचा लो प्राण हमारे,
जग के खेवनहार
2. जन्म के अन्धें को दी आँखे,
रोगी लिए बचाय,
पाप क्षमा किये सब पापिन के,
मुर्दे दिये जिलाय,
पापी हृदय हम भी लाये,
धो दो पालन हार
3. सुन्दर पक्षी, पर्वत,
सागर सब के सिरजनहार,
आके विराजो मन मन्दिर में,
बन्दे करें पुकार,
व्याकुल हृदय तुम को पुकारे,
आजा तारणहार