ख़ुशी ख़ुशी मनाओ-4
बोलो बोलो मसीहा की
जय जय जय-2
1. मेरे लिये आया, मेरे लिये जीया-2
मेरे लिये यीशु ने दुःख उठाया-2
मेरे लिये गाड़ा गया-2
मेरे लिये फिर जी उठा,
मेरा है मसीह-2
2. मैं मसीह का हूँ,
हम मसीह के हैं
ख़ुशी ख़ुशी मनाओ…
मेरे लिये मारा गया,
ख़ुशी ख़ुशी मनाओ-4
बोलो बोलो मसीहा की
जय जय जय-2
1. मेरे लिये आया, मेरे लिये जीया-2
मेरे लिये यीशु ने दुःख उठाया-2
मेरे लिये गाड़ा गया-2
मेरे लिये फिर जी उठा,
मेरा है मसीह-2
2. मैं मसीह का हूँ,
हम मसीह के हैं
ख़ुशी ख़ुशी मनाओ…
मेरे लिये मारा गया,
खुश हो ख़ुदावंद आया है,
उसको क़ुबूल कर ले
ऐ कुल जहां, हाँ हर एक दिल,
मसीह को जगह दे
1. खुश हो मसीह अब बादशाह है
सब आदमी हर ज़ुबान
समुन्दर भी, पहाड़, मैंदान
गीत गाए खुश इल्हान
2. दुःख और तकलीफ
वह करता दूर,
हटाता है गुनाह :
तारीकी में वह देता नूर
और बरकत बेश-बहा
3. रास्तबाज़ी और सच्चाई से
वह राज फैलाता है
और अपनी कुल हुकूमत में
प्यार दिखाता है
1. मेरे हाथ मसीहा तेरे
अब हाथ बन जाएं-2
दे लफ्ज़ मुझको जो
तेरी बात बन जाएं
दुआ मेरी मसीहा
तेरा कलाम बन जाऊं
2. मोहब्बत का दर्स तेरा
मसीहा अब अपनाऊं मैं-2
तेरी मानिन्द गैरों को
गले लगाऊं मैं
दु:खी दिल के लिए
मसीहा आराम बन जाऊं
3. दे हौसला कि मैं
दुश्मन से प्यार करूं-2
बढ़ा कर हाथ दूर
नफ़रत की दीवार दूर करूं
भरपूर तेरी मोहब्बत का
अंजाम बन जाऊं
4. दुआ मेरी है तू
मुझ में नज़र आए
मेरी सीरत में तरी
सूरत नज़र आए
मसीहा में तेरी सलीब
का पैगाम बन जाऊं
1. मुझे हरी हरी घास चराता,
और निर्मल पानी पिलाता,
मुझे भूख पियास न होगी,
2. वह मेरी जान बचाता,
और सच्ची राह दिखाता
इस राह में थकान न होगी,
3. मृत्यु का भय जब छाये,
और मेरी जान दु:ख पाये,
तेरी छड़ी से हिम्मत होगी,
4. मेरे दुश्मन को तू हरावे,
मेरा दस्तरख्वान बिछावे,
ख़ुशी उसको कुछ भी न होगी,
5. मेरे सर पर तेल झलकता,
और प्याला मेरा छलकता,
तेरे घर में ख़ुशी तब होगी,
1. मुझे बता दे प्यारे प्रभु,
क्या पसंद है मेरे प्रभु
को. उसे तोड़ लाऊँ तेरे लिए,
उसे चुन लाऊँ तेरे लिए
उसे तोड़ लाऊँ तेरे लिए,
उसे चुन लाऊँ तेरे लिए
2. मेरा यह जीवन तुझको समर्पण,
करती हूँ मैं प्रभु तेरे लिए-2
प्रभु को अर्पण,
ग्रहण कर ले, पावन बना दे-2
4. थाली में फल फूल, लाये है हम,
प्रभु के चरणों में-2
3. रोटी और दाखरस,
1. क्या तुम गये यीशु पास
कि दिल होवे पाक?
क्या उस सोते में साफ़ हुए हो?
जो सलीब से बहता है
कि होवे नजात,
क्या उस सोते में साफ़ हुए हो?
2. क्या तुम यीशु साथ चलते,
रोज़ व रोज़?
क्या उस सोते में साफ़ हुए हो?
क्या तुम अपना भरोसा उस पर रखते हर रोज़ ?
क्या उस सोते में साफ़ हुए हो?
3. तब बे दाग और बे ऐब,
तुम ठहरोगे जरूर,
गर उस सोते में साफ़ हुए हो?
और आसमानी जलाल में, तुम रहोगे मसरूर,
कि उस सोते में
1. क्या दे सकता हूं,
क्या ला सकता हूं
कहता तुझे बस शुक्रिया
क्या दे सकता हूं,
क्या ला सकता हूं
कहता तुझे बस शुक्रिया
2. तुझ में ही मेरी सुबह,
तुझमें ही हर शाम
तुझ से ही करता शुरू,
हर कोई काम-2
शुक्रिया करता हूं मैं, लेके तेरा नाम
आदर और धन्यवाद आज तेरे नाम
3. सारी दुनिया तेरी है,
सब कुछ तूने रचाया है-2
मुझको भी तूने बनाया है,
तेरे जैसा किया है
1. एक दूत मरियम पास आया,
बोला जन्मेगी तू बेटा,
नाम उस का यीशु रखना
2. पूरब से निकला तारा,
जिसने किया इशारा,
रास्तों का बना सहारा,
3. स्वर्गदूत ज़मीन पर आये,
परमेश्वर वचन सुनाये,
चरनी में यीशु आए,
4. वो आया प्रेम बढ़ाने,
दु:खों को दूर भागने,
पापों से मुक्ति दिलाने
कांटों पे चलूंगा तेरे लिए
दु:ख भी उठाऊँगा तेरे लिए
मैंने ये जीवन तुझको दिया है
जीवन बनाऊँगा तेरे लिए
1. मैंने भी माना यह जीवन कठिन है
और हर पल दु:खों से भरा
जीवन की आशाएँ तुझ से लगी हैं
तू है दया से भरा
तंगी बीमारी और बढ़ती मुसीबत
सब कुछ उठाऊँगा तेरे लिए
2. अपनी समझ का सहारा मैं लेता
तो मिलती पराजय मुझे
तेरी दया की दो बूंदे मिलेंगी
तो जय है निश्चय मुझे
आत्मा के फलों से हृदय सजा के
जीवन सजा दूं यीशु के लिए
मुझको ये जीवन यीशु ने दिया
3. तेरी दया पर जो जीवन बिताता
वो पाता है जीवन का दान
तेरी करुणा की छाया है जिस पर
वो पाता है बुद्धि और ज्ञान
महिमामय लहू का अद्भुत संदेश
घर-घर सुनाऊँगा तेरे लिए
काश की यीशु की खूबियां मुझ में हो
उसका जोश और
मोहब्बत मिले मुझको
रूही इलाही तू आ
और फिर मुझ को जिला
ताकि यीशु की खूबियां,
मुझमें हो, आमीन