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Songs

उसके फाटकों में प्रवेश करूँगा धन्यवाद के साथ,

उसके आंगनो में स्तुति करूँगा

मैं कहूंगा यह दिन यहोवा ने बनाया,

मैं, खुश हुआ कि आनन्दित किया-2

आनन्दित किया

मुझे आनन्दित किया…मैं खुश

उपकार की भेटें अपनी़,

प्रभु को चढ़ाना है

1. जो भी हमारा प्रभु का सारा़, जिसका उसको देना है,

भण्डारी हम प्रभु के जग में,

दसवां ही लौटाना है

2.  ख्रीष्ट यीशु ने स्वर्ग को त्यागा़,

हम को प्रेम दिखाना है,

हिस्सा दो प्रभु को जो कुछ हो़,

निज भेंटे भी लाना है

3.  ईश्वर की है कृपा भारी,

हमको धन्य मनाना है,

सारा जीवन दे दो प्रभु को,

तब आशिषें पाना है

उसने मुझे भेजा है,
उसकी रूह मुझपे है,
उसने मुझको मस्सा किया है,
खुशख़बरी डून ग़रीबों को,
क़ैदियों को रिहा करूँ

1. गमगीनों को तस्सली दूं,

आज़ादी ऐलान करूँ.

राख के बदले सेहरा हो,

मातम ना हो खुशियाँ हो

उसने मुझे मस्सा किया है

2. अंधों को बिनाई हो,

कुचलों को आबाद करूँ.

उसने मुझको मस्सा किया है

उस क्रूस की क्या बात है
जिसने है हम को बचाया
येशु मसीह ने तेरे लिए
मेरे लिए लहू बहाया

1. जब मैं गुनाहों में डूबा हुआ था

उस क्रूस पर मेरा नाम लिखा था

येशु ने अपना खून बहा कर

उस नाम को है मिटाया

येशु मसीह ने तेरे लिए

मेरे लिए अपना लहू बहाया

2. जब वो चढ़ाया था उस क्रूस पर

मसीह ने कहा ए पिता माफ़ कर

माफ़ कर दे उन लोगों को

जिसने मुझे ठुकराया

येशु मसीह ने तेरे लिए

मेरे लिए अपना लहू बहाया

3. अब है गुनाहों से क्या वासता

मसीह संग रहूँ मैं रहूँ मैं सदा

पिता के ही चरणों में गाता रहूँ

मैं अब ये गीत दुबारा

येशु मसीह ने तेरे लिए

मेरे लिए अपना लहू बहाया

1. आह वह प्यारी सलीब,

मुझको दिख पढ़ती है,

एक पहाड़ी जो खड़ी थी,

कि मसीह-ए-मसलूब ने नदामत उठा,

गुनाहगारों की ख़ातिर जान दी।।

 

को. पस न छोड़ूँगा प्यारी सलीब,

जब तक दुनिया में होगा क़याम,

लिपटा रहूँगा मैं उसी से,

कि मसलूब में है अब्दी आराम।।

 

2. आह वह प्यारी सलीब,

जिसकी होती तहक़ीर,

है मुझको बेहद दिल अज़ीज़,

की खुदा ए महबूब और जलाली मसीह,

ने पहुँचाया उसे कैलवरी।।

 

3. मुझे प्यारी सलीब में जो लहू लुहान,

नज़र आती है ख़ूबसूरती,

की खुदा के यीशु ने कफ़्वारा दिया,

ताकि मिले मुझे ज़िंदगी।।

 

4. मैं उस प्यारी सलीब का रहूँ वफ़ादार,

सिपाही हमेशा ज़रूर,

जब तक मेरा मसीह ना करेगा मुझे,

अपने अब्दी जलाल में मंज़ूर।।

उस ख़ुदा-ए-पाक के,
साए में है कितना सुकून
वो मेरा घर है पनाह,
मेरी मैं ये सब से कहूं

1. उस पर ही तू रख उम्मीद

और उस पर ही कर ले यकीन

जाल से सैयाद के,

तुझको छुड़ा लेगा वही

वो तुझे अपने परों से,

ढांक लेगा प्यार से

उसकी सच्चाई है तेरी ढाल,

अब डरता है क्यों

2. चाहे दिन के तीर हों या,

रात की है बात हो

तुझ को छू भी ना सकेंगे,

चाहे जो हालात हो

इस तरफ कितने गिरेंगे,

उस तरफ भी बेशुमार

पर तेरे नजदीक भी ना,

आ सकेगी मौत यूं

3. तुमने हक्क-ताला को माना, इसलिए ये बात है

हर मुसीबत में या आफत में,

वो तेरे साथ है

शेर को भी रौंद कर तू,

यूं निकलता जाएगा

वो तुझे बख्शेगा इज्जत,

उम्र भर देगा सुकून

इस मण्डली में बहनों,
हम सब एक हैं

1. न कोई ऊचा न कोई नीचा,

 न गोरा न काला-2…हम सब…

2. उसकी नज़र में दोनों बराबर,

 महल हो छप्पर वाला-2…हम सब…

3. उसके पास जो आना चाहे,

 पी ले प्रेम का प्याला-2…हम सब…

1. आराधना, आराधना

मिलकर करें हम आराधना-2

हाथ उठाकर, महिमा गाकर

मिलकर करें हम आराधना-2

को. पापों को तू, करता क्षमा
रोगों को करता चंगा-2

2. ज़िन्दा है हम, तेरे लिए

तू ही है शांति ख़ुदा-2

तेरी ही सेवा करता रहूँ मैं,

जीवन भर प्यारे ख़ुदा-2

को. मुर्दो को तूने, ज़िन्दा किया
शेरों का मुंह बन्द किया-2

3. वह है रेहम दिल, सारे जहाँ में

कामों में कामिल ख़ुदा-2

यीशु मसीहा बेटा ख़ुदा का,

दुनिया का वह बादशह-2

इक आग हर दिल में,
हमको जलाना है
भटके हुए दिल को,
प्रभु से मिलाना है

1. संसार की आशा भरी

नज़रें हम ही पर हैं

उद्धार का संदेश भी

कांधों के ऊपर है

एक दीप से लाखों दिये-2

हमको जलाना है, भटके हुए…

2. इतने सरल ये रास्ते

कल ना खुले होंगे

प्रचार के अवसर हमें

हाँसिल नहीं होंगे

तैयार रहना कल हमें-2

ख़ुद को मिटाना है, भटके हुए…

इस छोटी जीवन गाड़ी को

तू ही चला हे प्रभु

इस छाटे से मन में

तू ही निवास कर प्रभु

1. इन हाथों को

मेरे छोटे हाथों को मेरे

काम करना तू ही सिखा दे

ताकि तेरे वचन को

तेरे मीठे वचन को

दुनिया भर में फैला दूं

2.  इन होठों को तेरा 

मेरे होठों को तेरा

नाम लेना तू ही सिखा दे

ताकि तेरे वचन को

तेरे मीठे वचन को

दुनिया भर में फैला दूं