हम में वह दूरी थी कितनी गहरी
कितना बढ़ा था वो फासला
मायूस होकर स्वर्ग की ओर देखा
निराशा में तेरा नाम लिया
अंधकार हटाकर तेरी मोहब्बत
से मेरा दिल तूने भर दिया
पूरा हुआ सब लिखा गया अंत
येशु मसीही तू है आशा मेरी
हम में वह दूरी थी कितनी गहरी
कितना बढ़ा था वो फासला
मायूस होकर स्वर्ग की ओर देखा
निराशा में तेरा नाम लिया
अंधकार हटाकर तेरी मोहब्बत
से मेरा दिल तूने भर दिया
पूरा हुआ सब लिखा गया अंत
येशु मसीही तू है आशा मेरी