1. हो तेरी स्तुति और आराधना,
करता हूँ मैं तुझ से यह प्रार्थना
महिमा से तेरी तू इस जगह को भर,
जो भी चाहे तू यहां पर कर
2. करुणा से तेरी नया दिन दिखा,
दया से तेरी मुझ को बचाता है,
जब में पुकारूँ तू दौड़ा आता है,
जब मैं गिरूँ तो मुझे उठाता है
3. सारे जहां में तुझ सा कोई नही,
तेरे सिवा कोई प्रभु ही नहीं,
घुटने मैं टेकूं बस तेरे ही सामने,
तू मेरा प्रभु तू मेरा ख़ुदा