जो लोग मसीहा पर ईमान रखते हैं
भूखे प्यासे हरगिज़ वह कभी न रहते हैं
1. भरोसा नहीं रखते
घोड़ों और रथों पर
जो यीशु मसीहा पर
आँखों को लगाते हैं
2. उनकी आशाओं को
वो पूरी करता है
जो अपनी सूली को
ख़ुद आप उठाते है
3. वह ताज जलाली भी
उनको पहनाता है
जो नक़्शे मसीहा पर
दिन रात ही चलते है