ज़बूर – 148
करो रब्ब दी हुन वड्याई-2
सब आसमानाँ दी उचयाई-2
तारीफ़ तारीफ़ करो बुलंदी पर
करो तारीफ़ तारीफ़ करो बुलंदी पर
1. तारीफ़ करन फरिशते सारे-2
ओहदियाँ फौजाँ मारन नारे-2
तारीफ़ तारीफ़ करो बुलंदी पर
2. चन्न सूरज चमकीले तारे-2
सब असमाना ते पाणी सारे-2
तारीफ़ तारीफ़ करो बुलंदी पर
3. ओस ने हुकम कीता जारी-2
खलकत पैदा होई सारी-2
तारीफ़ तारीफ़ करो बुलंदी पर
4. ओस अजेहे मजबूत बनाए-2
ताँ जो कुझ वी टल ना जाए-2
तारीफ़ तारीफ़ करो बुलंदी पर