ज़बूर – 62
ख़ुदावंद नू उड़कदी रह
आराम नाल मेरी जान
कि ओसतों मेरी है उम्मीद
ओह मेरी है चट्टान-2
1. ओह मेरी जान दा किला है-2
नजात ते पनाहगाह-2
सो मैं ते अपनी जगह तों
ना कदी टलांगा-2
2. ख़ुदा थीं मेरी नजात-2
है ओस थीं मेरी शान-2
ख़ुदावंद मेरी पनाह है
ज़ोर मेरे दी चट्टान-2
3. ओस ओहदे उत्ते रखो सब-2
आए उम्मतो सदा-2
झुकाओ ओहदे अग्गे
दिल कि ओह है ख़ुदा-2