प्रभु का धन्यवाद करूँगा
ना देगी मुझे दुनिया कभी भी,
कोई सुख और शांति आराम
मेरे यीशु के साथ धन्य संगति में,
सदा मिलती ख़ुशी मुझको
1. मेरी ज़िन्दगी की, हर परेशानी में,
खुल जाता है आशा का द्वार
कभी ना हटूँगा, कभी ना डरूँगा,
चाहे जान भी देना पड़े,
2. कितना अच्छा है वो,
कितना धन्य है वो
यीशु ही मेरे जीवन का साथी
मेरी ज़रूरतों को, पूरा करता है वो,
कोई घटी नहीं मुझको
3. मेरी आयु के दिन,
पग पग में सदा,
तेरी सेवा को पूरी करूँगा,
इक बत्ती समान, जलता रहूँगा,
तेरी महिमा मेरी कामना