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बोझ सबके गुनाह का उठाकर वो-Bhoj Sabke Gunaah Ka uthakar vo

बोझ सबके गुनाह का उठाकर वो लिये जा रहा है
बोझ सबके गुनाह का उठाकर वो लिये जा रहा है…..

1. क्या खता थी हमारे मसीह की

जालिमों ने जो उनको सजा दी

ठोक दी उसके हाथों में कीलें

फिर भी येशु ने उनको दुआ दी

2. ताज काँटों का सर पे पहनाया

किस बेदर्दी से उसको सताया

कैसे गिर जाता था येशु

क्योंकि खून उसका बहाया

3. सूली पे था मसीह बेसहारा

उसकी पसली में जब भला मारा

वो चली थी लहू की जो धारा

है उसी में सभी का कफ्फारा