सारा की बेटियां गाती हैं
अपने ख़ुदा में गुनगुनाती हैं
येसू के लहू से धुल गए
ख़ुशी का जश्न मनाती हैं
1. हाथों में लेकर डालियां
और बजाते हुए तालियां
अपने ख़ुदा के घर आती हैं
ख़ुशी का जश्न मनाती हैं
2. पिता ने तुम्हें है बुलाया
आदम के बाद तुमको लाया
वो तो ख़ुशी से झूम जाती हैं
ख़ुशी का जश्न मनाती हैं
3. यीशु में अब से तुम बहाल हो
अपने पिता का तुम जलाल हो
पिता की बेटियां कहलाती हैं
ख़ुशी का जश्न मनाती हैं
4. हन्ना की तरां हम्द उठाओ
देबराह की तरां फ़तह पाओ
दुश्मन पे गाबिल वो आती हैं
ख़ुशी का जश्न मनाती हैं