आत्मा प्रभु का
प्रेमी आत्मा प्रभु का
अभी तू आजा
हमारे बीच में
अपनी आशीष उँण्डेल-2
1. प्रभु के सीने पे मैं
सिर रखकर आराम पाऊँ-2
प्यासा हूँ मैं तेरे प्रति
प्यार दिला मुझे आ-2
2. आत्मा के वरदानों से
तृप्त कर दे मुझे-2
जाग उठूँ मैं जलने पाऊँ
ज्योति चम्का मुझ में-2