करूँ कोई काम ऐसा कि
तेरा नाम बन जाऊं-2
बदल मुझको कि तेरी
सूरत तमाम बन जाऊँ
1. मेरे हाथ मसीहा तेरे
अब हाथ बन जाएं-2
दे लफ्ज़ मुझको जो
तेरी बात बन जाएं
दुआ मेरी मसीहा
तेरा कलाम बन जाऊं
2. मोहब्बत का दर्स तेरा
मसीहा अब अपनाऊं मैं-2
तेरी मानिन्द गैरों को
गले लगाऊं मैं
दु:खी दिल के लिए
मसीहा आराम बन जाऊं
3. दे हौसला कि मैं
दुश्मन से प्यार करूं-2
बढ़ा कर हाथ दूर
नफ़रत की दीवार दूर करूं
भरपूर तेरी मोहब्बत का
अंजाम बन जाऊं
4. दुआ मेरी है तू
मुझ में नज़र आए
मेरी सीरत में तरी
सूरत नज़र आए
मसीहा में तेरी सलीब
का पैगाम बन जाऊं