कुछ कमती न मुझ को होगी,
मेरा यीशु मसीह है गड़रिया
1. मुझे हरी हरी घास चराता,
और निर्मल पानी पिलाता,
मुझे भूख पियास न होगी,
2. वह मेरी जान बचाता,
और सच्ची राह दिखाता
इस राह में थकान न होगी,
3. मृत्यु का भय जब छाये,
और मेरी जान दु:ख पाये,
तेरी छड़ी से हिम्मत होगी,
4. मेरे दुश्मन को तू हरावे,
मेरा दस्तरख्वान बिछावे,
ख़ुशी उसको कुछ भी न होगी,
5. मेरे सर पर तेल झलकता,
और प्याला मेरा छलकता,
तेरे घर में ख़ुशी तब होगी,