खुश हो ख़ुदावंद आया है,
उसको क़ुबूल कर ले
ऐ कुल जहां, हाँ हर एक दिल,
मसीह को जगह दे
1. खुश हो मसीह अब बादशाह है
सब आदमी हर ज़ुबान
समुन्दर भी, पहाड़, मैंदान
गीत गाए खुश इल्हान
2. दुःख और तकलीफ
वह करता दूर,
हटाता है गुनाह :
तारीकी में वह देता नूर
और बरकत बेश-बहा
3. रास्तबाज़ी और सच्चाई से
वह राज फैलाता है
और अपनी कुल हुकूमत में
प्यार दिखाता है