Skip to content
Home » Song Book » » डरो मत चुपचाप खड़े रहो-Tera Lahu Bada Kimti

डरो मत चुपचाप खड़े रहो-Tera Lahu Bada Kimti

डरो मत चुपचाप खड़े रहो

ख़ुदा की नज़ात के काम देखो-2

1. पूरबी हवाएँ जब चलती हैं

खुशक जमीं हो जाती है

पाणियों का ढ़ेर लग जाता है

ऊँची दिवार बन जाती हैं

2. वो ही पाणी जो डराता था

और रास्ता भी ना देता था

हुक्मे ख़ुदा से वो ही पानी

बस मुरदा हो के बैठा था

3. ख़ुदा की सना मैं गाऊँगा

जलाल से फतहमंद हुआ

ख़ुदावंद मेरा साहे बेजंग हैं

ख़ुदावंद मेरा जोर मेरा किला