ज़बूर – 42
पानी दे सोतेयाँ दी
हरनी हो जेयूँ तिहाई
रूह मेरी तिवें
रब्बा तेरी तिहाई आई
1. रूह मेरी तरस पई
ज़िंदा ख़ुदा दी खातिर-2
मैं कदों जावाँ
तेरे साम्हने होवां हाजिर-2
2. मेरे अथरू मेरी दिन रात
दी होए हन गिज़ा-2
पुछदे रैहन्दे जदों
मैंनू तेरा कित्थे है ख़ुदा
3. जान अपनी नू झुकान्दा
हाँ मैं एह कर के याद-2
जाँदा साँ ईद मनावन नू
जदों मैं दिल शाद-2
4. जाँदा साँ घर नू ख़ुदा दे
जदों मैं टोलियाँ नाल-2
शुक्र दे गावँदा साँ गीत
तदों हो के निहाल-2