प्रभु का धन्यवाद करुँगा
उस की संगति में, सदा रहूंगा
साथ चलूँगा मैं जय जरूर पाउंगा
1. न देगी मुझे दुनिया कभी भी,
कोर्इ सुख और शांति आराम,
मेरे यीशु के साथ धन्य संगति में,
सदा मिलती ख़ुशी मुझको….प्रभु का……
2. मेरी ज़िंदगी की हर परेशानी में,
खुल जाता है आशा का द्वार,
कभी न डरूँगा कभी न हटूँगा,
चाहे जान भी देना पड़े….प्रभु का…..
3. कितना अच्छा है वह, कितना धन्य है वह,
यीशु ही मेरे जीवन का साथी,
मेरी जरूरतों को पूरी करता है वह,
कोर्इ घटी नहीं मुझको…प्रभु का……
4. मेरी आयु के दिन पग-पग में सदा,
तेरी सेवा तो पूरी करूँगा,
एक बत्ती समान जलता रहूँगा,
तेरी महिमा मेरी कामना…प्रभु का…..