क्रूस ही के पास जहाँ खून बहा,
दब के गुनाहों से मैं गया
खून से वहाँ ये दिल साफ हुआ,
उसकी हो तारीफ़,
उसकी हो तारीफ़-2
खून से वहाँ ये दिल साफ हुआ,
उसकी हो तारीफ़
1. दूर हैं गुनाह मेरे बिल यक़ीन
दिल में अब यीशु है तख्तनशीन,
क्रूस ही का गीत, मुझको है शीरीन,
2. क्रूस का वो चश्मा है बेशबहा
खुश हूँ कि मैं उसके पास गया,
खूब मुझको यीशु ने साफ किया,
3. आ देख ये चश्मा है
साफ शफ़्फ़ाफ़,
आ ताकि हों तेरे गुनाह माफ़,
आ इसी वक्त अभी हो तू साफ़,