1. तेरी पनाह में
पाऊँ मैं शिफ़ा
तेरा ये भवन
कितना है प्यारा-2
को. तुझ को ही मैं चाहूँ
तेरे बिन मैं अधूरा हूँ
तुझे को मैं ही पाऊँ
तेरे संग मैं पूरा हूँ
2. तेरी शरण मैं
है कुछ भी ना कमी
तुझे को ही चाहूँ
तू ही मेरी ज़िंदगी-2
3. तुझ मैं है महफूज़
ये जीवन मेरा
तू है जीने की वजह
तू वज़ूद है मेरा
तू ही पहचान
यीशु तू ही है-2