1. दिल से, आराधना करूँ मैं
इस ज़ुबां से, नाम तेरा ही लूं मैं
पुर दिल से, आराधना करू मैं
इस ज़ुबां से, नाम तेरा ही लूं मैं
को. करता हूं तेरा शुक्रिया मैं प्रभु
करता हूं तेरा शुक्रिया मैं-4
तेरे फ़ज़ल में, तेरी दया में
लिपटा मैं रहता हूं-2 मैं रहता हूं-2
2. जब होता हूं, बेचैन कभी
तेरी रूह तब मुझको थामती है
मेरी मुश्किलों में,
हर एक दर्द और गम में
ख़ुदावंद तू ही, मेरा शाफ़ी है-2
3. जब लेता हूं, मैं नाम तेरा
तेरी सामर्थ को तब मैं देखता हूं
तुझसे मिली, हर बरकत मुझे
महफूज़ तेरे, संग मैं रहता हूं-2