पहाड़ों की तरफ नजर उठाऊंगा-4
मेरी सहायता कहाँ से आयेगी-2
जिसने आसमां और जमीन बनाई है
उसी ख़ुदा को मैंने मददगार पाया हैं
मदद वहीं से मैं तो पाऊंगा-2
पहाड़ों की तरफ नजर उठाऊंगा-2
1. फिसलने न देगा तेरे पावों को कभी
ऊंघने का नहीं मुहाफिज तेरा कभी-2
वो कभी न ऊँघेगा
वो कभी न सोयेगा
देखो इस्राएल का रक्षक हैं ख़ुदा-2
मदद उन्हीं से मैं तो पाऊंगा-2
2. सुनले मुहाफिज तेरा प्रभु योह्वा हैं
तेरे दाहिने हाथ पे तेरा साहिबान हैं-2
न आफ़ताब दिन को
न माहताब रात को
तुझको न कभी भी ये सतायेंगे
हर बला से ख़ुदा ही बचायेंगे
आने जाने में बचायेंगे
हमको यकीन हैं बचायेंगे