ज़बूर – 108
मज़बूत मेरा दिल है
शौकत दे नाल गावाँ
तारीफ़ अपने रब्ब दी
ते हम्द मैं सुनावाँ-2
1. बरबर ते बान जागे
मैं जागांगा सवेरे-2
कौमाँ ते उम्मताँ विच
शुकराने गावाँ तेरे
शुकराने गावाँ तेरे
2. वड्डी तेरी है रहमत
असमानाँ थीं वी उच्ची-2
याह रब्ब तेरी अमानत
है बदलाँ तीक पहुँची
है बदलाँ तीक पहुँची
3. असमानाँ उत्ते हो तूँ
उच्चा मेरे ख़ुदा याह-2
सब धरती उत्ते ज़ाहिर
होवे जलाल तेरा
होवे जलाल तेरा