1. मेरी साँस में तेरी साँस है
मेरे रूह में पाक रूह
मेरी आँख में तेरी आँख है
मेरे हाथ में तेरा हाथ
तू चले मैं चलूँ, तू रुके मैं रुकूँ
तू कहे जो वही मैं करूँ
तू छुए मैं छूऊँ, जो कहे वो करूँ
रूह मन जिस्म सब सौंप दूं
को. मैं मंदिर हूँ तेरा, ज़िंदा घर हूँ तेरा-2
मेरी मर्जी अब नही तेरी होगी रजा-2
यही बन गया मेरा सारा जीवन
ए ख़ुदा ए ख़ुदा
मैं मंदिर हूँ तेरा, ज़िंदा घर हूँ तेरा
मेरी मर्जी अब नही तेरी होगी रजा
यही बन गया मेरा सारा जीवन
ए ख़ुदा ए ख़ुदा
मैं मंदिर हूँ तेरा
मैं मंदिर हूँ
प्रभु का मंदिर हूँ
पवित्र मंदिर हूँ
2. तेरा जलाल मुजमें दिखे
सूरत तेरी मैं बनू
जब रूह तेरा है मुझ में तो
आज़ाद हूँ पाक हूँ
ऐसा बर्तन बनू, जिसमें तू है भरा
झूठ मिट जाए कर दे ख़रा
मैं ख़ुदावंद में हूँ, हो गया हूँ नया
जो पुराना था जाता रहा
मैं मंदिर हूँ तेरा, ज़िंदा घर हूँ तेरा
हा… मेरी मर्जी अब नही तेरी होगी रजा
यही बन गया मेरा सारा जीवन
ए ख़ुदा ए ख़ुदा, मैं मंदिर हूँ तेरा
3. ए मददगार तुझ से है प्यार
ए पाक रूह पाक रूह
सिखला मुझे अपना कलाम
दिखला मुझे राह तू
तूने मुझ को चुना मुझ में रहने लगा
ऐसा मुझ पे करम है किया
पापी इतना बडा जो गुन्हेगार था
अपना बेटा मुझे कर दिया
मैं मंदिर हूँ तेरा, ज़िंदा घर हूँ तेरा
मेरी मर्जी अब नही तेरी होगी रज़ा
हा यही बन गया मेरा सारा जीवन
ए ख़ुदा ए ख़ुदा, मैं मंदिर हूँ तेरा