मुक्ति का लहू
तन से बह गया
मेरे येशू येशू मसीह-2
मेरी ख़ातिर मसीह
सूली पर चढ़ गया
1. हाथों से बह गया
पाँवों से बह गया-2
पिलातुस भी तुझ को
मसीह कह गया
सीने से बह गया
मुक्ति बन गया-2
2. तूने दे दी थी जान
उफ्फ़ तक न कहा-2
तुझ को कोड़े पड़े
तुझ को डाँटा गया
पसीना तेरा येशू
ख़ून ही बन गया-2
3. जिनको रोटी दे दी
वो पत्थर बने-2
जिनको देता शिफ़ा
वो दुश्मन बने
लोग का ये प्यार
तलवार बन गया-2
4. उसकी कम न पड़ी
चलने की रफ्तार-2
उसने तोड़ ही दी
पापों की दीवार
इसलिए वो मसीह
मेरा प्यार बन गया-2