yeeshu ke adbhut kaary
येशु के काम निराले रे, मैं कैसे करूँ बड़ाई-3
(1) पांच हाजरा ते रोटी खवाई, उसने अद्भुत लीला दिखाई-2
येशु न करदिये चाले रे, मैं कैसे करूँ बड़ाई-2
(2) अँधा मानस रोया करदा, रात दिना ना सोया करदा-2
येशु ने करे उजाले रे, मैं कैसे करूँ बड़ाई -2
(3) दुष्ट आत्मा आया करदी, लड़के न वा सताया करदी-2
येशु ने तोड़ ताले रे, मैं कैसे करूँ बड़ाई -2