यीशु तूने किया निहाल,
जब मैं शरण में तेरी आया (6)
1. यीशु आकर तेरे द्वारा,
बरकत पाई बेशुमार,
कृपा तेरी हुई अपार,
मेरे दिल का मैल मिटाया
2. तूने बचाये मेरे प्राण,
दे दी क्रूस पर आकर जान,
तुझसे हार गया शैतान,
मेरे मन में तू ही समाया
3. तेरी सिफ्तें अजब निराली,
देखी सूरत खूब जलाली,
मेरे दिल में है खुशहाली,
मैंने जीवन का सुख पाया
4. जो तेरी शरण में आवे,
वह पापों से है बच जावे,
मन में धर्म आत्मा पावे,
उसको मैंने है अजमाया
5. है दास तेरा विश्वासी,
काटी तूने काल की फांसी,
धन्य-धन्य अमरलोक के स्वामी,
दर्शन तेरा मैंने पाया