ज़बूर – 118
सदा तीकर है रहमत साडे रब्ब दी-2
1. करो रब्ब दी शुकरगुज़ारी-2
नेकी निकली है उस तों सारी-2
2. काश यिस्राएल एह बोल-2
ओहदी ऊसतत विच मुंह खोले-2
3. हारून दे घर दे सारे-2
काश आखण मार के नारे-2
4. काश आखण ओह हमेशा-2
जो रख्दे खौफ़ याहव्वा-2
1. करो रब्ब दी शुकरगुज़ारी-2
नेकी निकली है उस तों सारी-2
2. काश यिस्राएल एह बोल-2
ओहदी ऊसतत विच मुंह खोले-2
3. हारून दे घर दे सारे-2
काश आखण मार के नारे-2
4. काश आखण ओह हमेशा-2
जो रख्दे खौफ़ याहव्वा-2