संतोष उमड़ रहा-3
संतोष उमड़ ही रहा
हल्लेलुय्याह येशु ने मुझे बचाया
मेरे पाप को धो दिया
संतोष उमड़ ही रहा
1. मन न फिराए हुए लोग
नरक में रोते रहेंगे-2
मैं तो सुंदर स्वर्ग में
नया गीत गाऊंगा-2
कितना अच्छा येशु
मुझे अब तक बचाया
2. रह भटक मैं घूम रहा था
उसके फाटकों में खोया हुआ था
फिर भी येशु प्यार किया
उसने मुझ पे रहम किया-2
कितना अच्छा येशु
मुझे अब तक बचाया