तूने मुझे बनाया
तूने मुझे सजाया-2
तेरा शुक्र हो मसीह
इस प्यार के लिए
तूने मुझे मुझे बनाया
1. तेरी बेख़या से शफ़कत
मुझे मुफ़्त में मिली है
तेरी बेलिया से रहमत
मुझे मुफ़्त में मिली है
क्यूं ने गीत तेरे गाऊं
मैं बचा(ची) लहू से तेरे
तेरा शुक्र हो मसीहा
तेरे ख़ून के लिए
2. मेरी ज़िंदगी थी खाली
मेरा मन था ऐक्क सवाली
तूने कलवरी पे मालिक
मेरी गंदगी उठा ली
तुझे जान कर मसीहा
नहीं और कुछ तमन्ना
तुझे छोड़ कर मसीहा
नहीं और कुछ तमन्ना
तेरा शुक्र हो मसीहा
तेरे फ़जल के लिए
3. मुझे तख़्त पर बैठाया
मुझे बाप से मिलाया
लहू बहा के अपना
मेरे पाप को मिटाया
मेरे मीत मेरे हम्दम
मेरे गमों को साथ साथी
तेरा शुक्र हो मसीहा
तेरे रहम के लिए